एक बार संता की आँखों में कुछ तकलीफ़ हो गई तो उसकी आँखों का ऑपरेशन करना पड़ा। ऑपरेशन हो गया तो डॉक्टर ने उसकी आँखों की पट्टी खोलनी शुरू की और पूछा- कैसा दिख रहा है अब आपको? संता- डॉक्टर साहब मुझे कुछ नहीं दिख रहा है। डॉक्टर ने उसकी आँखें साफ़ की और फिर पूछा। संता- डॉ. साहब कुछ भी नहीं दिख रहा है। डॉक्टर ने कुछ सोचा और अपनी नर्स को इशारे से कहा कि अपने कपड़े उतारो, फिर संता से पूछा। संता फिर से बोला- कुछ नहीं दिख रहा जी। डॉक्टर ने अपनी नर्स को ब्रा और पेंटी उतारने को कहा और फिर पूछा। संता- नहीं जी, सब कुछ काला काला है। डॉक्टर ने नर्स को कहा कि संता के सामने जाकर अपने बूब्स हिलाओ और चूत में उंगली डालो। नर्स ने ऐसा किया, डॉक्टर ने फिर से संता से पूछा। संता- डॉक्टर साहब सच में मुझे कुछ नहीं नजर नहीं आ रहा है। डॉक्टर ने संता को जोर से एक थप्पड़ मारा और बोला। डॉक्टर- भोंसड़ी के कुछ भी नज़र नहीं आ रहा तो, तेरा लंड कैसे खड़ा हो गया?
