मेरा नाम गुरतेज सिंह है, मैं कुछ दिन पहले ही अपनी पढ़ाई पूरी करके अहमदाबाद से भाई के पास लुधियाना आया हूँ। मेरा भाई विवाहित हैं, भाभी लुधियाना में ही बैंक में जॉब करती हैं। मैं अपने भाई का बहुत मान करता हूँ और उसे अपना आदर्श मानता रहा हूँ लेकिन अभी चार दिन पहले मुझे एक ऐसी घटना देखी जिससे मैं बेहद खिन्न हूँ। एक शनिवार को भाई की छुट्टी थी और मुझे एक इंटरव्यू के लिए जाना था, मैं सवेरे निकला और भाई को कहा कि मैं शाम तक लौटूंगा। मगर जाकर पता लगा कि इंटरव्यू रद्द हो गया और मैं ग्यारह बजे वापिस घर आ गया। इतने में मैंने अन्दर देखा कि सामने एक लड़की लेगिंग कुर्ती पहने बैठी थी, असहज लग रही थी, उसके चेहरे का रंग उड़ा हुआ था, उस लड़की ने मुझे हैलो कहा। भाई ने कहा कि यह शाजिया है, उनके दफ्तर में काम करती है और किसी ऑफिशीयल काम के लिए आई थी। अब मुझे सब समझ में आने लगा है कि भाई मेरे लुधियाना आने से खुश क्यों नहीं है। मुझे भाभी के भविष्य का सोचकर भी बुरा लग रहा है। कभी सोचता हूँ कि भाई से बात करेक उसे समझाऊँ या भाभी को बता दूँ।
जब मैं घर पहुँचा तो दरवाजा अन्दर से बन्द था, देर तक खटखटाने के बाद भी दरवाजा नहीं खुला और भाई फोन भी नहीं उठा रहा था। काफी देर बाद जब दरवाजा खोला तो मैंने देखा कि भाई परेशान था, गुस्से में था, उसने पूछा कि मैं जल्दी कैसे आ गया।
मैंने औपचारिकतावश हेलो कहा और अन्दर वाले कमरे में चला गया।
एक मन करता है कि यहाँ से अलग रहने लगूँ।
अजीब परेशानी और तनाव के दौर से गुजर रहा हूँ। समझ नहीं आ रहा कि क्या करूँ?
