मालिक नौकर: एक यौन संबंध की अनोखी कहानी - नौकरी के रूप में प्रेम और इच्छा का संतुलन

वयस्क कहानी, मालिक नौकर, नौकरी के रूप में प्रेम, इच्छा का संतुलन, एक अनोखी कहानी, यौन संबंध, वयस्क कहानियाँ, हिंदी वयस्क कहानियाँ

🔒 Share once to unlock this and all stories for 7 days.

मालिक नौकर से- तुम्हें नजर नहीं आया कि मैं नहा रहा हूं और तुम बाथरुम में घुस आए?

नौकर ने जवाब दिया- माफ करना साहब, मुझे लगा मैडम नहा रहीं हैं।

***

नाश्ते का वक़्त मालकिन आदेश देती है- रामू, साहब के अंडे उबाल देना।

नौकर ने पूछा- मेम साहब, आपका भी दूध निकालूं?

मालकिन ने कहा- अभी नहीं, साहब को जाने दो !

***

पालतू कुत्ते की मौत पर रोते हुए नौकर को सांत्वना देते हुए मालिक बोला- मत रोओ, जाने वाले को कौन रोक सकता है? तुम इतना दुखी क्यों हो रहे हो?

नौकर- क्या करूँ ! अब झूठे बर्तनों को साफ करने में मेरी मदद कौन करेगा।

Explore my other stories

👆 Tap to continue…

Comments